
- कंपनी: अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (अंसल एपीआई)
- प्रभावित निवेशक: लगभग 7,000 होम बायर्स
- फंसी हुई राशि: लगभग 250 करोड़ रुपये
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (अंसल एपीआई) के खिलाफ इनसॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस (आईआरपी) में दावा दाखिल किया है। यह कदम अंसल एपीआई को दिवालिया घोषित किए जाने के बाद उठाया गया है, जिससे लखनऊ, आगरा और नोएडा के लगभग 7,000 होम बायर्स की लगभग 250 करोड़ रुपये की राशि फंसी हुई है।
एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने कहा कि यदि नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में सुनवाई नहीं होती, तो वे सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। एलडीए की एक टीम एनसीएलटी के आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए दिल्ली पहुंची है।
इस बीच, अंसल एपीआई के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी और ठगी के आरोपों में एफआईआर दर्ज करने का सिलसिला तेज हो गया है। लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी और हजरतगंज पुलिस स्टेशनों में सात और एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें निवेशकों ने प्लॉट के नाम पर धोखा देने और पैसे नहीं लौटाने के आरोप लगाए हैं।
उत्तर प्रदेश रेरा ने भी अंसल एपीआई के खिलाफ 235 करोड़ रुपये की रिकवरी सर्टिफिकेट जारी की है, जो निवेशकों की रकम वापसी के लिए महत्वपूर्ण कदम है।