स्पाइसजेट ने 10 वर्षों बाद मुनाफा कमाया: कभी सैलरी के लिए बेचने पड़े थे एयरक्राफ्ट, अब 8,000 करोड़ रुपये का राजस्व
वित्तीय संकट से उबरकर स्पाइसजेट ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 26 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया

भारतीय बजट एयरलाइन स्पाइसजेट ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में 26 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 300 करोड़ रुपये के घाटे के मुकाबले एक
कंपनी का कुल राजस्व इस तिमाही में 35% बढ़कर 1,651 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछली तिमाही में 1,077 करोड़ रुपये था।
स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, “एक दशक में पहली बार, कंपनी की नेटवर्थ पॉजिटिव हुई है, जो हमारी टर्नअराउंड रणनीति की सफलता को दर्शाती है।” इस तिमाही में कंपनी की नेटवर्थ 70 करोड़ रुपये रही।
यह मुनाफा कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले वर्षों में स्पाइसजेट को गंभीर वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, जिसमें कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए एयरक्राफ्ट बेचना पड़ा था।
अब, कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार किया है और 8,000 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त किया है।