
— तराई क्रांति समाचार ब्यूरो
25 अप्रैल 2025 की रात आगरा के ताजगंज थाना क्षेत्र में स्थित बसई चौकी इलाके में एक नॉनवेज शॉप पर काम करने वाले गुलफाम नाम के युवक को स्कूटी सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके साथी सैफ अली बाल-बाल बच गया। बाद में सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया गया कि हमलावरों ने गुलफाम से नाम पूछकर हत्या की, लेकिन आगरा पुलिस ने इस दावे को पूरी तरह निराधार और अफवाह करार दिया। आरोपियों ने ‘क्षत्रिय गौरक्षा दल’ का हवाला देते हुए कहा, “26 का बदला 2,600 से न लिया तो मैं भारत मां का पुत्र नहीं।” पुलिस ने चार टीमों का गठन कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु जांच-तफ्तीश तेज कर दी है।
घटना का विवरण
-
समय व स्थान: बुधवार की देर रात लगभग 12 बजे, आगरा के ताजगंज थाना क्षेत्र में शिल्पग्राम रोड स्थित एक नॉनवेज शॉप के बाहर हुई फायरिंग में यह वारदात अंजाम दी गई।
-
प्रमुख चश्मदीद: गुलफाम का साथी सैफ अली ने बताया कि दोनों दुकान बंद कर रहे थे, तभी तीन लोग स्कूटी पर आए। इनमें से दो हमला करते हुए गुलफाम के सामने आए और एक ने तमंचे से सीने में दागकर हत्या कर दी। जब सैफ ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उस पर भी फायरिंग की गई, लेकिन वह बचने में सफल रहा।
सोशल मीडिया पर वायरल दावे
-
घटना के तुरंत बाद एक 20 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें दो युवक कट्टा-चाकू लिए हत्या की जिम्मेदारी लेते दिखे और ‘क्षत्रिय गौरक्षा दल’ नाम का संगठन जिक्र करते हुए धमकी भरे भाषण में कह रहे थे कि बदला 26 का नहीं लिया तो वह “भारत मां का पुत्र नहीं”।
-
Live Hindustan की रिपोर्ट के अनुसार, इंस्टाग्राम आईडी से पोस्ट किए गए वीडियो में हमलावरों ने सांप्रदायिक और भड़काऊ भाषा का भी प्रयोग किया, जिससे माहौल और गर्म हुआ।
-
News24Online में बताया गया कि कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने हत्या का कारण गुलफाम का नाम पूछकर उसे ‘परखने’ के दावे किए, लेकिन इनमें कोई तथ्यात्मक पुष्टि नहीं हुई।
पुलिस की प्रतिक्रिया एवं सच्चाई
-
आगरा पुलिस कमिश्नरेट ने वायरल वीडियो को “निराधार और भ्रामक” बताकर सिरे से खारिज किया।
-
पुलिस का कहना है कि पोस्ट किए गए वीडियो में दिखाया गया संगठन अस्तित्व में नहीं है और इस प्रचार का मकसद मामले को सांप्रदायिक रंग देना है।
-
पुलिस ने ट्विटर के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर स्पष्ट किया कि पूरे मामले की जांच अभी आरंभिक चरण में है और किसी भी पैमाने पर कथित ‘नाम पूछकर हत्या’ जैसा कोई तथ्य नहीं मिला।
जांच और विधिक कार्रवाई
-
पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही ताजगंज थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कर चार टीमों का गठन कर लिया।
-
आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है तथा गवाहों से पूछताछ तेज कर दी गई है।
-
घायल सैफ अली का बयान दर्ज किया जा चुका है, वहीं गुलफाम के शव का शव परीक्षण के बाद परिजनों को सौंप दिया गया
आगामी कार्रवाई
आगरा पुलिस का दावा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी अगले 48 घंटे में कर ली जाएगी और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। जनता से अपील की गई है कि सोशल मीडिया पर शेयर होने वाली अटकलों और अफवाहों पर ध्यान न दें तथा किसी भी संदिग्ध सूचना के लिए सीधे पुलिस से संपर्क करें।