ताजा खबरदेशविदेश

Pahalgam Attack: पाकिस्तान का कबूलनामा

विदेश मंत्री इशाक डार ने पहलगाम के हमलावरों को बताया 'स्वतंत्रता सेनानी

— तराई क्रांति समाचार ब्यूरो

24 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बीसरान मीडोज़ में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटक मारे गए और 17 अन्य घायल हुए, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तान पर जुर्म का आरोप लगाया और एक दिन बाद ही 1960 की सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित कर दिया गया। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने हमलावरों को “स्वतंत्रता सेनानी” करार दिया और कहा कि “26 के बदले 26 सौ” तक नहीं लिया तो वे “भारत मां के पुत्र नहीं” । इस बयान ने दोनों परमाणु परम சங்கी देशों के बीच पहले से ही तेज़ हो चुकी कूटनीतिक तनातनी को और गहरा कर दिया।


1. पहलगाम हमला

  • घटना का स्थल व समय: यह हमला 22 अप्रैल 2025 को बीसरान मीडोज़ के पास हुआ, जो पहलगाम से लगभग 5 किलोमीटर दूरी पर है, और यह इलाका पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय है ।

  • नतीजे: बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें 26 लोग मारे गए और 17 अन्य घायल हुए।

  • पक्षधर दावा: “द रेसिस्टेंस फ्रंट” नामक एक समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली, जिसे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पाक समर्थित लश्कर-ए-तैयबा का सामने वाला प्रॉक्सी माना जाता है।


2. पाकिस्तान का ‘स्वतंत्रता सेनानी’ कबूलनामा

  • इशाक डार ने इस हमले को “स्वतंत्रता सेनानी” कहकर उसे जायज ठहराया, उन्होंने कहा, “जो लोग 22 अप्रैल को पहलगाम में हमला कर चुके हैं, वे स्वतंत्रता सेनानी हो सकते हैं”।

  • उन्होंने आगे चेतावनी दी कि यदि भारत सिंधु जल संधि रोकता है, तो “240 मिलियन लोगों की प्यास बुझाने वाला पानी बंद करना युद्ध के समान होगा”।

  • साथ ही डार ने कहा, “अगर पाकिस्तान पर हमला किया गया, तो तिरंगे की तरह भूलकर भी हम शांत नहीं बैठेंगे”।


3. भारत की कूटनीतिक प्रतिक्रिया

  • विशेष रक्षा व सुरक्षा कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक: बुधवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में निर्णय लिया गया कि पाकिस्तान पर लगाये जुर्म के जवाब में 1960 की सिंधु जल संधि निलंबित की जाए।

  • दूसरे कदम: साथ ही सभी पाकिस्तानी वीज़ा रद्द कर दिए गए और द्विपक्षीय रिश्ते घटा दिए गए।


4. बढ़ती तनातनी और तकरार

  • प्रतिशोधी क़दम: पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के सामने अपना वायुमार्ग बंद कर दिया, भारतीय वीज़ा रद्द किए और व्यापारिक सीमाएँ सील कर दीं।

  • सीमा पर गोलीबारी: हमले के बाद नियंत्रण रेखा (LoC) पर दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच सीमित गोलीबारी की गई, हालांकि कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ


5. अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया

  • संयुक्त राष्ट्र की अपील: यूएन ने दोनों देशों से “अधिकतम संयम” बरतने की अपील की और शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया AP

  • अन्य प्रतिक्रिया: अमेरिका, यूरोपीय संघ और कई देशों ने हमले की कड़ी निंदा की और दोनों पक्षों को द्विपक्षीय तनाव कम करने का निर्देश दिया ।


6. आगे की स्थिति

  • मानहंट: भारत ने हमलावरों की धरपकड़ के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है, जिसमें हजारों सुरक्षाकर्मी, हेलीकॉप्टर और ड्रोन तैनात हैं ।

  • संभावित परिणाम: द्विपक्षीय रिश्तों में तल्खी और सैन्य गतिरोध का डर बढ़ गया है; विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी मामूली चूक से सीधे सैन्य भिड़ंत का खतरा उत्पन्न हो सकता है ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button