
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में, टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया। कप्तान रोहित शर्मा ने 83 गेंदों में 76 रन की दमदार पारी खेलकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। श्रेयस अय्यर ने 48 रन और केएल राहुल ने नाबाद 34 रन के साथ अहम योगदान दिया। गेंदबाजी में कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती के प्रभावशाली प्रदर्शन ने विपक्षी बल्लेबाजों को पवेलियन में भेजकर भारतीय टीम के स्कोर को मजबूती प्रदान की। इस जीत के साथ, भारत ने न केवल 12 साल बाद एक वैश्विक खिताब जीता, बल्कि 25 साल पुरानी हार का भी बदला ले लिया।
टीम इंडिया ने दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए फाइनल मुकाबले में 252 रन का लक्ष्य पूरा करते हुए 4 विकेट से चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया। यह जीत टीम इंडिया के लिए तीसरा ICC खिताब है, जो 9 महीनों में दूसरा ICC खिताब होने का ऐतिहासिक मुकाम भी साबित हुई, जब पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप जीतकर लंबे समय से चले आ रहे सूखे को समाप्त किया गया था।
फाइनल में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 83 गेंदों में 76 रन बनाए। उनके इस अर्धशतक ने टीम इंडिया की पारी को नयी दिशा दी और विपक्षी की गेंदबाजी पर दबाव बनाए रखा। उनके अलावा, श्रेयस अय्यर ने 48 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली और केएल राहुल ने नाबाद 34 रन के साथ मैच में अहम योगदान दिया।
गेंदबाजी में स्पिनरों का कमाल:
टीम इंडिया की गेंदबाजी में कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती का प्रदर्शन शानदार रहा। इन्होंने न्यूज़ीलैंड के कुछ प्रमुख बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर विपक्षी की स्कोरबोर्ड पर जकड़ बना दिया। न्यूज़ीलैंड की तरफ डेरिल मिचेल ने 63 रन और माइकल ब्रेसवेल ने 53* रन बनाकर अपनी अर्धशतकों से टीम को एक मजबूत स्कोर तक पहुँचाया, लेकिन भारतीय स्पिनरों ने उनकी पारी पर काबू पाया।
इतिहास के पन्नों में नया अध्याय:
इस जीत के साथ, टीम इंडिया ने 25 साल पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए फाइनल में हराये गए हिसाब का भी बदला ले लिया है। 2000 में न्यूजीलैंड ने भारत को फाइनल में मात दी थी, जबकि 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। अब रोहित शर्मा की कप्तानी में यह खिताब जीतकर भारत ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा बार खिताब जीतने वाली टीम का दर्जा भी हासिल कर लिया है।
खेल के परे – रणनीति और संतुलन:
खिलाड़ियों ने बतलाया कि पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने से टीम में आत्मविश्वास आया है। टीम के ओपनर शुबमन गिल ने कहा कि जीत ने उन्हें दबाव से उबरने में मदद की है, जिससे वे बड़े मैचों में भी बिना घबराहट के प्रदर्शन कर पाते हैं। गिल ने जोर दिया कि टीम के पास गहरी बैटिंग लाइनअप है, जिसके चलते शीर्ष क्रम के बल्लेबाज बिना किसी दबाव के खेलते हैं।
निष्कर्ष:
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की यह जीत टीम इंडिया की निरंतरता, रणनीतिक दक्षता और दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन की परिचायक है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने न केवल अपने सूखे को समाप्त किया है, बल्कि वैश्विक क्रिकेट के मंच पर अपनी श्रेष्ठता का भी पुनः प्रमाण दिया है।