
— तराई क्रांति समाचार ब्यूरो
नई दिल्ली: बीजेपी के अध्यक्ष चुनाव में हुई देरी को लेकर उठे सवालों पर राजनीतिक मंच पर खलबली मची हुई है। अरुण कुमार से पूछा गया कि क्या बीजेपी का नया अध्यक्ष चुनने में देरी हो रही है और क्या बीजेपी तथा RSS के बीच किसी प्रकार का विवाद चल रहा है। जवाब में उन्होंने कहा, “हर संग…” जिससे संगठनात्मक मुद्दों पर और अधिक सवाल उठ गए हैं।
इस संदर्भ में, आरएसएस की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था, अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस), ने शुक्रवार को बेंगलुरु में तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत की। बैठक में RSS के वरिष्ठ नेता और सदस्यों ने न केवल बीजेपी अध्यक्ष चुनाव में हुई देरी पर अपने विचार साझा किए, बल्कि परिसीमन से जुड़ी चुनौतियों पर भी प्रतिक्रिया दी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी के भीतर चल रही रणनीतिक चर्चाएं और संगठनात्मक विचार-विमर्श इस देरी के पीछे के कारणों में से एक हो सकते हैं। इस दौरान विपक्ष और समर्थक दोनों ने सवाल उठाए हैं कि क्या चुनाव प्रक्रिया में आंतरिक मतभेद और बाहरी दबावों का योगदान रहा है।
तराई क्रांति समाचार ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में और भी स्पष्टीकरण मिलने की उम्मीद है, जिससे बीजेपी और RSS के बीच के संबंधों तथा आगामी अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया पर रोशनी डाली जा सकेगी।