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भारत-चीन रिश्तों पर पीएम मोदी की टिप्पणी ने चीन में हड़कंप मचा दिया, ग्लोबल टाइम्स ने भी इसे सराहा

पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में भारत-चीन संबंधों को लेकर सकारात्मक और सहयोगात्मक दृष्टिकोण पेश किया, जिसके बाद चीन की प्रशासनिक प्रतिक्रिया के साथ-साथ ग्लोबल टाइम्स में भी तारीफ की लहर दौड़ गई।

भारत-चीन रिश्तों पर पीएम मोदी की टिप्पणी से चीन गदगद, ग्लोबल टाइम्स में भी तारीफ

— तराई क्रांति समाचार ब्यूरो

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में भारत-चीन रिश्तों को लेकर अपनी राय व्यक्त की। उनकी टिप्पणी में दोनों देशों के बीच पारस्परिक सम्मान, सहयोग और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अहमियत पर जोर दिया गया। इस टिप्पणी ने न केवल चीन के अधिकारियों बल्कि प्रमुख चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया की लहर ला दी है।

मुख्य बिंदु:

  1. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच पारस्परिक विश्वास और सहयोग को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि दोनों देशों को अपने-अपने हितों की रक्षा करते हुए भी, शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहिए। उनके इस बयान ने यह संदेश दिया कि भारत अपनी कूटनीतिक नीतियों में खुलेपन और सकारात्मक दृष्टिकोण को प्राथमिकता देता है।

  2. चीन में पीएम मोदी की टिप्पणी ने प्रशंसा के साथ प्रतिक्रिया पाई। कई चीनी राजनेताओं और कूटनीतिक विशेषज्ञों ने इस टिप्पणी को एक नए कूटनीतिक मोड़ के रूप में देखा है। यह मानते हैं कि ऐसे सकारात्मक कदम से दो देशों के बीच संवाद और सहयोग में वृद्धि होगी, जो क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए अनिवार्य है।

  3. ग्लोबल टाइम्स, जो चीन का प्रमुख अंग्रेजी समाचार पत्र है, ने भी इस टिप्पणी की सराहना की। उन्होंने इसे “नई कूटनीतिक दिशा” बताया और कहा कि पीएम मोदी का यह रवैया दोनों देशों के बीच विश्वास की नींव को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ग्लोबल टाइम्स के संपादकीय लेख में बताया गया कि इस प्रकार की टिप्पणियाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की कूटनीति को एक सकारात्मक उभरते स्वरूप के रूप में प्रस्तुत करती हैं।

भारत-चीन संबंध हमेशा से ही जटिल रहे हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार, सुरक्षा और राजनीतिक मुद्दों पर मतभेद बने रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की हालिया टिप्पणी ने इस रिश्ते में सुधार की संभावनाओं को उजागर किया है। उनकी बातों में यह स्पष्ट झलकती है कि भारत चीन के साथ एक स्थायी और सम्मानजनक संबंध स्थापित करने के लिए तैयार है, जबकि दोनों देशों के बीच विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का प्रयास किया जाना चाहिए।

पीएम मोदी की यह टिप्पणी और चीन व ग्लोबल टाइम्स की सकारात्मक प्रतिक्रिया से यह संकेत मिलता है कि भविष्य में भारत-चीन संबंधों में सहयोग और संवाद के नए अवसर सामने आ सकते हैं। यह कदम क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और सहयोग से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई ऊर्जा का संचार होगा।

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