खालिस्तानी संगठन SFJ पर एक्शन ले अमेरिका” – तुलसी गबार्ड से मुलाकात में बोले राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने अपने हालिया अंतरराष्ट्रीय मुलाकात में कहा कि अमेरिका खालिस्तानी आतंकवादी संगठन SFJ पर कड़ा एक्शन ले रहा है, जिससे वैश्विक सुरक्षा में सुधार और भारत-अमेरिका के बीच सुरक्षा सहयोग को नई दिशा मिलेगी।

खालिस्तानी संगठन SFJ पर एक्शन ले अमेरिका: तुलसी गबार्ड से मुलाकात में बोले राजनाथ सिंह
— तराई क्रांति समाचार ब्यूरो
तुलसी गबार्ड से मुलाकात के दौरान भारतीय रक्षा मंत्री/अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रमुख राजनाथ सिंह ने खुलकर बयान दिया कि अमेरिका खालिस्तानी संगठन SFJ पर कड़ा एक्शन ले रहा है। उनका कहना था कि इस कदम से न केवल आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में तेजी आएगी, बल्कि भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को भी मजबूत किया जाएगा।
- राजनाथ सिंह ने कहा कि अमेरिका ने खालिस्तानी संगठन SFJ जैसी चरमपंथी संस्थाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, जिसमें आर्थिक प्रतिबंध, सैन्य और खुफिया सहयोग के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर इसकी निंदा शामिल है।
- मुलाकात के दौरान, तुलसी गबार्ड ने भी अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी नीतियों पर चर्चा की। इस संवाद ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग की संभावनाओं को उजागर किया।
- राजनाथ सिंह का कहना था कि ऐसे कदम से वैश्विक स्तर पर आतंकवाद को रोकने में मदद मिलेगी, जिससे भारत सहित अन्य देशों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि “प्रोटोकॉल तोड़ने के बावजूद हमारे बीच अटूट भरोसा है”, जिससे स्पष्ट होता है कि कूटनीति में पारस्परिक विश्वास ही सबसे बड़ा हथियार है।
खालिस्तानी आंदोलन के तहत कुछ चरमपंथी समूह भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं। SFJ, एक ऐसा ही संगठन माना जा रहा है जिसने कई आतंकवादी गतिविधियों में हिस्सा लिया है। अमेरिका की इस कार्रवाई के पीछे अंतरराष्ट्रीय खुफिया रिपोर्टों और सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से ऐसे समूहों के खिलाफ ठोस कदम उठाने का इरादा है।
राजनाथ सिंह के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक नया मोड़ दिखाया है। अमेरिका द्वारा खालिस्तानी संगठन SFJ पर कड़ा एक्शन लेने से वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में तेजी आएगी और भारत-अमेरिका के बीच विश्वास और सहयोग को भी बल मिलेगा। इस मुलाकात से यह भी संकेत मिलता है कि दोनों देशों की नीतियाँ आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रूप से मजबूत कदम उठाने पर केंद्रित हैं।