लखनऊ में अधिकारियों की केबिन में फेंका कूड़ा
3 घंटे से कर रहे हंगामा; कम सैलरी मिलने से नाराज हैं सफाई कर्मचारी

लखनऊ में मंगलवार को नगर निगम कार्यालय में सफाई कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। वे अपनी सैलरी और सुविधाओं में कटौती से इतने नाराज थे कि अधिकारियों की केबिन में ही कूड़ा फेंक दिया। हंगामा करीब 3 घंटे तक चला, जिससे नगर निगम परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
क्या है पूरा मामला?
नगर निगम में काम करने वाले सफाई कर्मचारी पिछले कई महीनों से वेतन कटौती और समय पर सैलरी न मिलने से परेशान थे। इसके अलावा, ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को स्थायी नहीं किया जा रहा था, जिससे उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा था। कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें न्यूनतम वेतन से भी कम भुगतान किया जा रहा है और कई बार उनकी सैलरी महीनों तक अटकी रहती है।
हंगामा कैसे शुरू हुआ?
सुबह 11 बजे करीब 200 सफाई कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और अधिकारियों से अपनी समस्याओं पर बात करने की मांग की। जब अधिकारियों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और बातचीत को टालने लगे, तो नाराज कर्मचारियों ने वहीं धरना देना शुरू कर दिया।
दोपहर 1 बजे गुस्साए कर्मचारियों ने अधिकारियों की केबिन में कूड़ा फेंक दिया और ‘हमारी सैलरी बढ़ाओ, हक दो’ जैसे नारे लगाने लगे। इस दौरान कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई। कुछ अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को संभालने की कोशिश की।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि वेतन और अन्य मांगों पर विचार किया जा रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि बजट की कमी के कारण कुछ देरी हो रही है, लेकिन जल्द ही इसका समाधान निकाला जाएगा।
कर्मचारियों की मांग
- समय पर पूरी सैलरी दी जाए।
- ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों को स्थायी किया जाए।
- काम करने की बेहतर सुविधाएं दी जाएं।
- छुट्टियों और अन्य लाभों में कटौती बंद की जाए।
फिलहाल, हंगामा शांत हो गया है, लेकिन कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। अगर जल्द समाधान नहीं मिला, तो वे बड़े प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं।