राहुल बोले: गुजरात कांग्रेस के आधे नेता BJP से मिले, निकालना पड़ेगा
अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ता संवाद में राहुल गांधी ने स्पष्ट किया – संगठन से ऐसे नेताओं को हटाकर जनता का विश्वास बहाल करना अनिवार्य है

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी 7 और 8 मार्च को गुजरात पहुंचे और यहां का दौरा कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करता है। उनके स्वागत में अहमदाबाद के स्थानीय नेताओं ने माला पहनाकर एयरपोर्ट पर उनका आदरपूर्वक स्वागत किया। एयरपोर्ट से सीधे कांग्रेस ऑफिस पहुँचकर उन्होंने संगठन की ताज़ा हालत पर चर्चा शुरू की।
अहमदाबाद में आयोजित कांग्रेस मुख्यालय की बैठक में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता – संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, गुजरात के प्रभारी एवं महासचिव मुकुल वाशनिक और प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल – शामिल रहे। राहुल गांधी ने शुक्रवार को नेताओं से लेकर वार्ड अध्यक्षों के साथ 9 घंटे में 5 बैठकें कीं। बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि गुजरात कांग्रेस में दो तरह के नेता मौजूद हैं:
- वे जो जनता के साथ खड़े हैं और जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है,
- और वे जो बीजेपी से मिले हुए हैं, जो संगठन की शुद्धता को नुकसान पहुँचा रहे हैं।
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि अगर संगठन से ऐसे नेताओं को अलग नहीं किया गया तो गुजरात की जनता का विश्वास कांग्रेस पर वापस नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर 10, 15, 20, या 30 नेताओं को भी निकाल देना चाहिए। साथ ही, उन्होंने बताया कि गुजरात में 64 साल बाद कांग्रेस का अधिवेशन होने जा रहा है – आखिरी अधिवेशन 1961 में हुआ था – जिसके मद्देनज़र 7 और 8 मार्च को गुजरात कांग्रेस की संगठनात्मक तैयारी की समीक्षा भी की जाएगी।
राहुल गांधी का शेड्यूल:
- 7 मार्च:
- 2:00 से 3:00 बजे – जिला कांग्रेस अध्यक्षों के साथ बैठक
- 3:00 से 5:00 बजे – ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों के साथ बैठक
- 8 मार्च:
- 10:30 से 12:30 बजे – पार्टी नेताओं, स्थानीय निकाय चुनाव के कार्यकर्ताओं और पूर्व उम्मीदवारों के साथ बैठक
- 1:45 बजे – अहमदाबाद से दिल्ली के लिए रवाना
इस दौरे का उद्देश्य कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए रणनीति तैयार करना था !