ईडी की बड़ी कार्रवाई: SDPI के राष्ट्रीय अध्यक्ष फैजी गिरफ्तार, फंडिंग मामले में शिकंजा
विदेशी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने की कार्रवाई, SDPI प्रमुख के खिलाफ बढ़ी कानूनी मुश्किलें
ईडी की बड़ी कार्रवाई: SDPI के राष्ट्रीय अध्यक्ष फैजी गिरफ्तार, फंडिंग मामले में शिकंजा
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष M.K. फैजी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग से जुड़े मामले में हुई है। सूत्रों के मुताबिक, फैजी पर अवैध धन के लेन-देन और देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगे हैं।
🔹 ED की कार्रवाई का कारण क्या है?
ईडी ने विदेशी फंडिंग और हवाला लेन-देन से जुड़े एक मामले में फैजी को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी का आरोप है कि SDPI को विदेशों से अवैध तरीके से धन प्राप्त हो रहा था, जिसका उपयोग संदिग्ध गतिविधियों में किया जा रहा था। यह मामला पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े मामलों की जांच के दौरान सामने आया था।
🔹 फैजी पर लगे आरोप:
1️⃣ विदेशी फंडिंग: फैजी और उनकी पार्टी पर आरोप है कि उन्होंने अवैध रूप से विदेशों से फंड लिया और उसका इस्तेमाल भारत में अस्थिरता फैलाने के लिए किया।
2️⃣ हवाला नेटवर्क: सूत्रों के अनुसार, ED को हवाला के जरिए करोड़ों रुपये के लेन-देन के सबूत मिले हैं।
3️⃣ PFI कनेक्शन: माना जा रहा है कि SDPI के कई नेता प्रतिबंधित संगठन PFI से जुड़े हुए थे और उनकी गतिविधियों में संलिप्त थे।
4️⃣ संदिग्ध लेन-देन: ईडी को कई संदिग्ध बैंक ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
🔹 जांच में अब तक क्या हुआ?
🔸 ED ने कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डाटा जब्त किए हैं, जिससे नए खुलासे हो सकते हैं।
🔸 इस मामले में SDPI के कई अन्य नेताओं की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
🔸 फैजी को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया गया है और उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
🔹 SDPI और फैजी का पक्ष क्या है?
SDPI ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है और कहा कि सरकार जानबूझकर विपक्षी दलों और संगठनों को निशाना बना रही है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि “फैजी बेगुनाह हैं और सरकार उन्हें झूठे मामलों में फंसा रही है।”
🔹 आगे क्या होगा?
➡ फैजी को अब कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां ED उनकी रिमांड की मांग कर सकती है।
➡ SDPI के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की जा सकती है।
➡ यदि हवाला और फंडिंग के आरोप सही साबित हुए, तो फैजी और SDPI के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
🔹 निष्कर्ष:
फैजी की गिरफ्तारी से SDPI और PFI से जुड़े मामलों में एक नया मोड़ आ गया है। ED की जांच अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह नेटवर्क किसी बड़े विदेशी फंडिंग रैकेट से जुड़ा हुआ है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।
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